Thursday, 9 April 2020

हमारी पुलिस

उनसे डर लगता था
क्योंकि वह पुलिस वाला था
आज वह मददगार है
आज उनकी लाठी में भी प्यार झलकता है
चिंता नजर आती है
अब कोई विरोध नहीं
विरोध करने वालों की आलोचना
सब सहयोग करने को तत्पर
क्योंकि यह
हमारी पुलिस है
हमारी सुरक्षा चाहती है
हमारी जान की दुश्मन नहीं
अपनी जान खतरे में डाली है
दिन रात चौकन्ना
परिवार के लिए समय नहीं
हमारे लिए डट कर खडी है
भगा रही है
मार रही है
सिखा रही है
खाना भी खिला रही है
चौतरफा ख्याल रख रही है
आज डर नहीं
अपनापन है
क्योंकि वह मुस्तैद है
हमारे लिए

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