Monday, 11 May 2020

हमारे हिस्से में क्या ???

आपके हिस्से में सूरज हो
उसका प्रकाश हो
उसकी कृपा बरस रही हो
कोई बात नहीं
हमारे हिस्से में चांद ही सही
उसकी चांदनी तो है
टिमटिमाते तारे तो है
वही बहुत है
कितनों को तो वह भी मयस्सर नहीं
उस प्रकाश को तो कोई छीन नहीं सकता
घोर अंधेरा हो
तब एक जुगनू का भी सहारा काफी है
वह भी रास्ता बता देता है
हर किसी को सब कुछ नहीं मिलता
सभी भाग्यशाली तो नहीं होते
बहुत कम लोग होते हैं
जिन्हें सब कुछ नसीब हो
पर इसका मतलब यह तो नहीं
जिंदगी जीना ही छोड़ दे
चांद की चांदनी से ही जी लिया जाए
उस शुभ्र रोशनी की शीतलता को महसूस कर लिया जाए
तपती धूप में पेड की छाया भी सुकून देती है
उसके छाह में कितनी शांति
तब क्यों विचार किया जाय
जो है वह अपना है
जब हमारे हिस्से में रात आई है
तब चांद की चांदनी पर तो  हमारा हक है
कहा जाता है
इस मुकम्मल जहां में सब कुछ नहीं मिलता
   किसी को जमी तो किसी को आसमां नहीं मिलता

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