एक बात तो हुई
हम नहीं चाहते थे
तब भी देख कर जबरन मुस्कराते थे
औपचारिकता वश
जबकि मन देखना भी नहीं गंवारा करता था
अच्छा है
मास्क लगे हैं आज
ढोंग और दिखावा नहीं करना पडता
मन में द्वंद्व और द्वेष
ऊपर से जोश में गलबहियाँ करना
हाथ मिलाना
उससे छुटकारा
दूर ही रहो भाई
यह मिलना - मिलाना छोड़ो
सोशल डीशस्टिंग का पालन करो
न जबरदस्ती मुस्कान बिखेरने की जरूरत
न हाथ मिलाने की जरूरत
न किसी को खराब और बुरा लगना
सब नकाबपोश
अच्छा हुआ
अब जो है जैसे है
मन मर्जी के मालिक हैं
एक बात तो अच्छी हुई
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Sunday, 31 May 2020
एक बात तो हुई
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