Tuesday, 2 June 2020

झिलमिल झिलमिल बूंदे

झिलमिल झिलमिल हरी हरी
नखरे इनके बडी बडी
लगता है इनको हीरो जडी
पानी की बूंदों को सहेज रही
मन ही मन खुश हो रही
औरों को भी भा रही
सबको आकर्षित करती ये पत्तियां
आपस मे बतियाती
अपनी खूबसूरती पर वारी जाती
देखते ही निकल जाता मुख से
वाह क्या नजारा
क्या सुंदर प्रकृति की प्रस्तुति
अप्रतिम

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