तुम इंसान हो भगवान नहीं
यह तो हम सब जानते हैं
ईश्वर की याद तो हमें हर मुश्किल घडी में आती है
पर जब बीमारी आती है
तब सबसे पहले तुम्हारी याद आती है
आशा रहती है
तुम ठीक कर दोगे
जीवन का प्रश्न जहाँ तुम वहाँ
मंदिर में नहीं जाते
तुम्हारे यहाँ आते हैं
ईश्वर तो दिख जाते हैं
पर तुम्हारा तो इंतजार करते हैं
हमको तो तुममें ही खुदा दिखता है
यह तो हुई हमारी बात
अब आप अपनी बताओं
क्या तुमको भी मरीज में भगवान दिखता है
कहते हैं कि ईश्वर तो हर रूप में है
हर जगह है
इंसानियत और मानवता ही धर्म है
मानव सेवा ही ईश्वर भक्ति है
जीवन दाता हो आप
तब तो आपका भी कर्तव्य है
निस्वार्थ सेवा
हर भेदभाव से परे
ईश्वर के दरबार में
अमीर गरीब सब बराबर
उनकी दृष्टि तो समदर्शी होती है
संसार सागर में आकर उन्होंने भी अपना कर्म किया
आपको भी तो वह करना है
आप डाँक्टर ही इसलिए बने हो
कि हर समय मरीजों के लिए हाजिर हो
आपके लिए आपकी मर्जी से ज्यादा तवज्जों मरीज की
आप ईमानदारी से अपना कर्तव्य निभाए
सबकी दुआ ले
दिन दूनी रात तरक्की करें
बीमारी के तारणहार बने
दूसरों को जीवन देनेवाले
आपका जीवन खूब लम्बा हो
यही है सबकी शुभकामना
Happy Doctors Day
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