आई है दीपावली
खुशियों का संदेश लाई है दीपावली
रंगों से छाई है दीपावली
रोशनी से नहाई है दीपावली
दीयो से जगमगाई है दीपावली
बाजार सजे पडे हैं
सब जगह बहार ही बहार है
कहीं मिठाई तो कहीं खीले - बताशे
हलवाई की दुकान पर तो है हल्ला बोल
लड्डू मुस्करा रहे हैं
गुलाब जामुन ललचा रहे हैं
तरह-तरह की ये मिठाईयाँ
सबको लुभा रही है
तोरण बंदनवार से बाजार अटे पडे हैं
कहीं फूलों की माला
कहीं झिलमिलाती बल्ब की लडिया
फूलों का क्या कहना
वह भी अपनी सुगंध बिखेर रहे हैं
रंग - रंगोली , फूल - हार
और तो और
बर्तनों की भरमार
सोना - चांदी भी अपनी चमक बिखेर रहे हैं
बच्चे हो या बूढे
मर्द हो या औरत
अमीर हो या गरीब
सब है उत्साह से भरे हुए
घर में भी छायी पकवानों की महक
गुझिया और शकरपारे
चकली और सेव
सब खाने की प्रतीक्षा में
कपड़े भी नए-नए
घर भी सजा - सजा
हर जगह उजाला
बाहर भी अंदर भी
स्वच्छता भी आज अपने चरम शुमार पर
रोशनी भी लाजवाब
सब माँ लक्ष्मी के आगमन का स्वागत
हमेशा उनकी कृपा बनी रहें
यहीं तो दीपावली है
प्रसन्नता का द्वार खोलती है
आए दीप प्रज्वलित करें
फुलझड़िया और अनार जलाए
सब कुछ भूलकर
एक साथ खुशियाँ मनाए
मतभेद भूला कर सबको अपना बनाएं
स्वयं भी खुश और दूसरे भी खुश
इस तरह दीपावली को शानदार बनाएं
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