Wednesday, 9 December 2020

न माया मिली न राम

इंतजार इंतजार इंतजार
मालूम न था
यह इंतजार इंतजार ही रह जाएंगा
इंतजार की घडियां लंबी हो जाएं
कोई बात नहीं
पर वह खत्म ही न हो
उनका मुकाम ही न मिलें
जिसका इंतजार उसे नहीं कोई परवाह
बस दिलासा देता रहा
बाद में मुख मोड लिया
ऐसी तो कोई बात नहीं हुई
न कोई हमसे खता हुई
हम तो वहीं रूके रहे
तुम हमें छोड़ आगे निकल गये
मन में कोई मलाल नही हुआ
तुम इंसान ही थे न ??
तुम्हारे सीने में भी दिल था न
वह एक ही था या ज्यादा
दिल तो एक ही बार दिया जाता है
जीने मरने के कसमे वादे किए जाते हैं
न मालूम था तुम्हारा बार बार मचलता है
दिल न हुआ व्यापार हो गया
जहाँ फायदा नजर आया
उस ओर हो लिए
मुझे आश्वासन देते रहे
झूठा दिलासा देते रहे
अपनी नयी दुनिया बसाते रहे
खैर छोड़ो
तुम क्या जानो
प्यार में मरना - जीना
तुम तो बस अपने आप में रहों
दुनिया से बेखबर
न तुम मेरे हुए न अपने
बस रह गए बेचारे
दूसरों का गुलाम बन कर दी स्वयं की जिंदगी नीलाम
रह गए खाली हाथ
न माया मिली न राम

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