Wednesday, 13 January 2021

जीने जैसा जीना है

जीने की आशा जगी है
मन में विश्वास जगा है
अब सब कुछ होगा
वह अच्छा ही होगा
ऐसा लगने लगा है
बहुत दुःख झेल लिया
बहुत पीड़ा सह ली
इतने पर भी ऊफ न की
आज खुशियों का आगमन हुआ है
कुछ अजीब सा लगा है
ऐसा अचानक से हुआ है
यही तो गलतफहमी है
बरसों लग गए हैं
तब जाकर यह दिन आया है
समय ने पलटा खाया है
सब कुछ झोली में भर गया है
हर मांगी मुराद पूरी हुई है
हर ख्वाहिश पूरी हुई है
यह उस तपस्या का परिणाम है
जिसका बीडा बरसों पहले लिया था
पूरा अब हुआ है
घूरे के भी दिन फिरते हैं
यह तो सुना था
आज साक्षात्कार भी हो गया
माता लक्ष्मी की कृपा बरसी
सरस्वती का वरदहस्त रहा
कर्म का फल मिला
समय का बदलाव हुआ
परिस्थितियों का सामना करता
जीवन का रंग खिला
अब जीना है
जम कर जीना है।
खुशियों के साथ खिलखिलाना है
जीने जैसा जीना है

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