आप में क्या भरा है
स्नेह, करूणा ,ममता
क्षमाशीलता, दयाशीलता
यह तो आपका व्यवहार दर्शाता है
नींबू से रस निचोड़ो तब वह खट्टा
करेला से रस निचोड़ो तब वह कडवा
आम से रस निचोड़ो तब वह मीठा
मतलब जो जैसा है वैसा ही परिणाम
आप में क्या है
कहीं द्वेष , क्रोध ,हिंसा तो नहीं
चेहरे पर भी वही भाव
चेहरा भी विद्रूप नजर आएगा
तब अगर मन ठीक हो
तब चेहरे पर हास्य और स्मित
खिला-खिला ,शांत और सौभ्य
क्यों दूसरे के कारण अपने को खराब करना
अंदर भी बाहर भी
अच्छे रहिए
अच्छाई , अच्छाई ही रहती है
बुराई कभी उसकी जगह नहीं ले सकती
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Wednesday, 16 June 2021
अच्छाई
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