Thursday, 15 July 2021

बहुत-बहुत प्यारा

तुम्हारे अधरों को छू लू
तब सचमुच तर जाऊं
तुम्हारे घुंघराले केशों से खेलूँ
तब सचमुच जी जाऊं
तुमको आलिंगन बद्ध कर लूं
तब इस धरा पर सब कुछ पा जाऊं
तुम्हारे नैनो में झांकू
तब समंदर की लहरों को भूल जाऊं
तुम्हारे स्पर्श को पा लूं
तब आसमां को भी अपनी मुठ्ठी में कर लूं
तुम्हारे चेहरे को जब समीप से निहारू
तब चांद को भी भूल जाऊं
तुम्हारा साथ मिल जाएं
तब मैं सारी दुनिया को भूल जाऊं
तुममें तो मैं सब कुछ देखूं
तुम्हारी हर अदा पर फिदा हो जाऊं
तुम बोलो और मैं सुनूं
संगीत लहरिया कानों में घुलकर कहे
बस अब तुम मेरी और मैं तुम्हारा
साथ - साथ जीवन बन जाएं
बहुत-बहुत प्यारा
तेरा- मेरा साथ रहे
हाथों में हाथ रहें
हर तमन्ना पूरी हो
जब तुम जैसी संगिनी हो ।

No comments:

Post a Comment