Monday, 6 September 2021

कविता

कुछ कहते हैं
आप कविता लिखती है
हाँ लिखती तो हूँ
पर वह आपबीती हो
ऐसा नहीं
लोगों की सोच है
भावना जब हो तब कविता का जन्म
वह अपनी हो या पराई
भावना को समझ कर
शब्दों में उकेरना
यही तो कविता है
कुछ अपनी
कुछ दूसरों की
भावनाओं का मिश्रण
तभी वह बन जाती कविता

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