Tuesday, 8 March 2022

तुम नारी हो

तुम प्रेम हो
तुम आधार हो
तुम जीवनदायिनी हो
तुम ममता हो
तुम शक्ति हो
तुम सखी हो
तुम बेटी हो 
तुम बहन हो 
तुम माँ हो
तुम जीवनसंगिनी हो
तुम जग निर्मात्री हो
तुम बिना तो राधेश्याम ,सीताराम और गौरीशंकर भी अधूरे
वे तो ईश्वर तब सामान्य इंसान की क्या बात करे
घरनी बिना घर अधूरा
सारे जग का स्वामी भी माता बिना भिखारी
भाई का रक्षा कवच
पति की ढाल
बेटी का प्रेम
प्रेम ,विश्वास और श्रद्धा से लबालब 
साथ में शक्ति 
तुम तो अपने आप में संपूर्ण हो
स्वयं को पहचानो
तुम साधारण नहीं
संसार की धुरी हो
तुम नारी हो

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