वह म्युजिक प्लेयर तो नहीं जहाँ आप मन पसंद गाने सुने
कभी रोमांस के कभी सुख के कभी दुख के
कभी भक्ति के कभी वेदना के
सदाबहार भी कुछ गाने हैं
जीवन का संगीत हमेशा सुमधुर नहीं होता
न वह हमारी इच्छा से संचालित होता है
कैसेट बदलने की जरूरत नहीं
कब गम , खुशी में बदल जाएं
कब मिलन , विरह बन जाए
कब आनंद का क्षण उदासी में
कब आशा , निराशा में
इसका स्विच हमारे हाथ में नहीं
हम ऑफ या ऑन नहीं कर सकते
आगे या पीछे नहीं कर सकते
कम या ज्यादा नहीं कर सकते
मन माफिक हो यह भी नहीं
हाँ यह बजता हमेशा है
जब तक प्राण है तब तक
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