Saturday, 30 April 2022

जीवन का संगीत

जीवन का भी एक अपना ही संगीत है
वह म्युजिक प्लेयर तो नहीं जहाँ आप मन पसंद गाने सुने
कभी रोमांस के कभी सुख के कभी दुख के
कभी भक्ति के कभी वेदना के 
सदाबहार भी कुछ गाने हैं 

जीवन का संगीत हमेशा सुमधुर नहीं होता
न वह हमारी इच्छा से संचालित होता है
कैसेट बदलने की जरूरत नहीं 
कब गम , खुशी में बदल जाएं 
कब मिलन , विरह बन जाए 
कब आनंद का क्षण उदासी में 
कब आशा , निराशा में 

इसका स्विच हमारे हाथ में नहीं 
हम ऑफ या ऑन नहीं कर सकते
आगे या पीछे नहीं कर सकते
कम या ज्यादा नहीं कर सकते
मन माफिक हो यह भी नहीं 
हाँ यह बजता हमेशा है
जब तक प्राण है तब तक

No comments:

Post a Comment