कोई समझता है नादान
कोई समझता है बेवकूफ
कोई समझता है चालाक
कोई कोई तो पागल और उल्लू भी
झगड़ालू भी
कोई स्वार्थी
अब हमें समझ नहीं आता
हमारी कैटिगरी कौन सी है
हम किसमें फिट बैठते हैं
हमने किसी की बात चुपचाप सुन ली
तब हम सीधे - सादे
किसी की बात का विरोध कर दिया
तब हम झगड़ालू
अगर हमने अपना काम आसानी से कर लिया
तब हम होशियार
किसी से मोलभाव न किया
जो मांगा वह दे दिया तब हम बेवकूफ
किसी को पैसा देकर उसकी मदद कर दी
तब हम नादान
किसी ने हमसे ज्यादा ले लिया तब हम उल्लू
अगर हम अपना हित देखें तो हम स्वार्थी
सब अपने अपने नजरिये से देख रहे हैं
अब हम क्या करें
जैसी परिस्थिति होती है वैसा करते हैं
नाम रखने वाले नाम रखें
उसी में मजा है उनको तो ले
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