Monday, 17 October 2022

कृष्ण 19

नान्तोस्ति मम दिव्यानां विभूतिनां परन्तप। 
एष तूद्देशतः प्रोक्तों विभूतेर्विस्तरों मया  ।।


हे परन्तप! मेरी दैवी विभूतियों का अंत नहीं है ।
मैंने तुमसे जो कुछ कहा ,
वह तो मेरी अनंत विभूतियों का संकेत मात्र है ।

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