मधुमक्खी
मक्खी के साथ लगा हुआ है मधु
तभी नहीं है घृणा
यह गंदगी नहीं
फूलों का रस पीती है
डाल डाल पात पात
फूल फूल
इधर-उधर भटकती
कभी कांटो से
कभी हवा के थपेडे से
बचती बचाती
मधु इकठ्ठा करती है
बूँद बूँद से छत्ता तैयार करती है
कोई छेड़ा तो डंक भी मारती है
इनसे पंगा लिया तब तो बज गया डंका
ऐसा डंसती कि आह भी नहीं निकलती
सिक्के का दूसरा पहलू भी है
खूब मेहनती
झुंड के झुंड में
एकता का उत्तम उदाहरण
आक्रमण करने में आगे
पर जब तक कोई छेड़े नहीं
एक उत्तम उदाहरण
मिठास देती है बिना स्वार्थ के
औषधि देती है
शहद का गुणधर्म तो सबको पता
शुद्ध और खाटिक
बच्चों से लेकर बूढ़ों तक सभी के काम आती है
वह केवल डंक ही नहीं मारती
मिठास भी देती है
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