पहला शब्द सुना था तुमसे मैंने माँ
आज भी कहीं से मम्मी की आवाज आती है तो मुड़कर देखती हूँ
माँ बनाया मुझे सबसे बडी नियामत मिली
ईश्वर का अनमोल वरदान मिला
जो केवल मेरा है ऐसा अनमोल उपहार मिला
एक छोटी सी बच्ची ने सारा डर दूर भगा दिया
मेरी तो दुनिया ही आबाद हो गई
एक साथ ने नयी आशा बना दी
कुछ भी कर सकती हूँ यह विश्वास जगा दिया
एक बेटी के रूप में सखी मिल गई
बडी होती गई और मैं छोटी होती गयी
कहते लोग मुझसे
वह तुमको संभाल रही है या तुम उसको संभाल रही हो
अव्यवस्थित सी माँ को दिशा मिल गई
मैं भी किसी की माँ हूँ
इसका तो गुरूर है ही
माँ का होती है प्रतिबिम्ब बेटी
तुम मानो या न मानो
तुममें में तो
मैं ही हर जगह
मेरी बेटी मेरा शान
सबसे बडा अभिमान
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