Monday, 13 May 2024

बेटी के लिए

पहला शब्द सुना था तुमसे मैंने माँ 
आज भी कहीं से मम्मी की आवाज आती है तो मुड़कर देखती हूँ 
माँ बनाया मुझे सबसे बडी नियामत मिली 
ईश्वर का अनमोल वरदान मिला
जो केवल मेरा है ऐसा अनमोल उपहार मिला 
एक छोटी सी बच्ची ने सारा डर दूर भगा दिया 
मेरी तो दुनिया ही आबाद हो गई
एक साथ ने नयी आशा बना दी
कुछ भी कर सकती हूँ यह विश्वास जगा दिया 
एक बेटी के रूप में सखी मिल गई
बडी होती गई और मैं छोटी होती गयी 
कहते लोग मुझसे
वह तुमको संभाल रही है या तुम उसको संभाल रही हो
अव्यवस्थित सी माँ को दिशा मिल गई 
मैं भी किसी की माँ हूँ 
इसका तो गुरूर है ही
माँ का होती है प्रतिबिम्ब बेटी 
तुम मानो या न मानो 
तुममें में तो 
मैं ही हर जगह
मेरी बेटी मेरा शान 
सबसे बडा अभिमान

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