बुला रही है
बड़ी शिद्दत से
जरा एक नजर मुझ पर भी डालो
मेरे रूप का आनंद ले लो
खुशबू को सूंघ महक से सराबोर हो जाओ
मैं तो खिली हूँ कब से
राह तकती जा रही
कोई आए
पास बैठ सुस्ताएं
मुझसे दो घड़ी बतियाएं
बस मुझे तोड़े न
छोटी सी जिंदगी जीने दे
मैं खुशी देता हूँ सबको
सबसे यही तो आरजू
मुझे भी जी भर खिलने दे
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