अपने ही रंग में रहना
किसी के रंग में रंगने की जरूरत नहीं
अपना अस्तित्व बरकरार रखना है
तुम ऐसा रंग उड़ाओ कि सारी दुनिया देखे
सब तुम्हारें रंग में रंगे
गुलाल की रंगत धरती से आसमान तक
अपने सभी रंगो से
लाल , पीला , गुलाबी , नीला
सब रंगों से गुलजार करो
कोई तुम्हारें साथ खेल न पाए
यह भी ध्यान रखना
तुम में तो सामर्थ्य है
प्यार- ममता के रंग से तो हमेशा रंगी हो
वीरता में भी किसी से कम नहीं
करुणा का स्रोत हो
तुम, तुम से परिचय करो
तुममें तो सारे रंग समाहित
अपनी दुनिया को अपने रंग से भरो
जो अच्छा लगता है
चित्र कार तुम्हीं हो
तुलिका तुम्हारें हाथ में
यह बस जान - पहचान लो
तुम, तुम हो
अपने ही रंग में रहना
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