Sunday, 26 October 2025

छोड़ना ??

छोड़ना आसान नहीं 
कुछ भी छोड़ना 
बड़ा दृढ़ निश्चयी होना पड़ता है 
हर संबंध की भी एक अवधि होती है 
उसके बाद वे बोझ लगने लगते हैं 
पहले जैसी बात नही रहती 
जब चुभने लगे तब निकाल फेंकने में ही भलाई है 
यह दोनों के हित में है 
जबरदस्ती का लादा हुआ 
उसके कुछ मायने नहीं 
छोड़कर हट जाए 
अपनी जिंदगी को जबरदस्ती किसी से जोड़ना 
यह तो सरासर बेवकूफी 
आप स्वयं को ही सता रहे हैं 
जीने का हक तो आपको भी है 
आप अपने लिए जीने आए हैं 
दूसरों के लिए नहीं 
जो बोझ लगता हो 
उसे छोड़ना ही बेहतर 

No comments:

Post a Comment