Saturday, 28 November 2015

दीवाली मंगल मिलन - सबका साथ सबका विकास की ओर प्रधानमंत्री का सकरात्मक कदम

मोदी जी ने जनता की आवाज और लोकतंत्र के चौथे स्तंभ से मुलाकात कर यह जता दिया कि वे सबसे करीब हैं
एक दिन पहले सोनिया गॉधी और मनमोहन सिंह से चाय पर आमतंत्रित कर वातावरण और संबंधो में मिठास घोलने की कोशिश की
हाथ मिले हैं तो दिल भी मिलेगा , यह बात भी सही है खडगे जी से हाथ मिलाते हुए यह भी कोशिश हुई
बहुत सारे बिल पडे है उनको पास कराना है तो सबका साथ चाहिए
विपक्ष को नाराज कर कुछ नहीं हो सकता
संपादकों और पत्रकारों में मोदी जी के साथ सेल्फी लेने की होड मची थी 
दीवाली के साथ नए साल की शुरूवात होती है और त्योहार लोगों को जोडने का काम करते हैं
शायद संसद सत्र के शुरू होने से संबंध भी सुधारने की कोशिश की गई जो देशहित में है
व्यर्थ की बातें और दोषारोपण की अपेक्षा कोई सकरात्मक कार्य हो
देश की जनता भी यही चाहती है ये लोग साथ आए और जनता की भलाई के लिए मिल जुलकर और सहयोग से कार्य करें

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