Saturday, 28 November 2015

संगीता कालिया - एकदम सही किया

मंत्री जी जनता से संवाद कर रहे थे शराब पर
पर यह शराब का लाइंसेंस लागू कौन करता है
कानून कौन बनाता है
पुलिस अपनी ड्युटी नहीं करेंगी क्या
एक महिला अधिकारी के साथ ऐसा बर्ताव
उसका तबादला करा दिया गया क्योंकि मंत्री जी की बात का समर्थन नहीं किया
और गेट आउट करने पर बात नहीं मानकर वही पर डटी रही
मंत्री जी के अहम को चोट लगी और आनन फानन में उनकी शिकायत पर तबादला करवा दिया
हरियाना में भाजपा की खट्टर सरकार है
भाजपा का बेटी पढाओ और बेटी बचाओ के नारे का क्या ?
पुलिस सरकार के हाथों का खिलौना है क्या
मंत्री को अपना अपमान लगा पर वे भी भरी जनता के बीच तो यह अपमान नहीं क्या कि वे गुस्से में उसे बाहर जाने के लिए कह रहे हैं
दिल्ली के पुलिस कमिश्नर बस्सी पर आए दिन अरविंद केजरीवाल आरोप लगाते रहते हैं
पुलिस पर क्यों दवाब डाला जाता है
उनको अपना काम करने क्यों नहीं दिया जाता
हर कोई सम्मान का अधिकारी है
पहली बात तो मंत्री को अापा नहीं खोना चाहिए
अगर आप ऐसा कर रहे हैं तो अपना भी अपमान करवा रहे हैं
अगर आपको कुछ पंसंद नहीं आया तो बाद में उस पर विचार करा जा सकता था
इस तरह की झडप जनता जो टी वी पर देख रही है
उसका क्या प्रभाव पडेगा

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