Friday, 9 December 2016

शिक्षक का सम्मान तभी भविष्य का निर्माण

आए दिन शिक्षकों को कटघरे में खडा करना फैशन बन गया है
मॉ - बाप का पहला सवाल कि
टिचर ने डाटा क्या ??
एक हमारा जमाना था जब मार खाकर आने पर भी हिम्मत नहीं थी कि
अपने टिचर की बुराई कर दे
आज अभिभावक सुनते है और बच्चों को शह देते हैं
स्कूल के गेट पर खडे होकर टिचर की आलोचना शुरू हो जाती है
यह नहीं सोचा जाता कि इसका बच्चे पर क्या असर होगा
पढाते हैं तो कोई उपकार नहीं करते
सैलरी मिलती है
अगर कुछ बोले तो बताना
डिपार्टमेंट में शिकायत कर देगे
तब पता चलेगा
यह सोचा है कभी कि अभिभावक इस तरह की भाषा बोलेगे तो नादान बच्चे पर क्या प्रभाव होगा
वह सम्मान कर पाएगा ,अपने गुरू का
उसके लिए तो उसका टिचर आदर्श होना चाहिए

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