मेला लगा है मनभावन
बच्चे - बूढे ,जवान- महिला सबका स्वागत
मौज- मस्ती करो ,नाचो- गाओ
खाओ- पीओ ,धूम मचाओ
झूले झूलो ,गेम खेलो
पाव- भाजी ,बिरयानी खाओ
देशी- विदेशी सब व्यंजन
नाचो से लेकर फ्रेंकी तक
नींबू पानी ,गोला ,थम्सअप
गर्म और ठंडा जो चाहो
कडक गर्म चाय- कॉफी और ठंडी- ठंडी आईसक्रीम
रंगबिरंगी लाइट और गुब्बारों से सजा
बिजली और आतिशबाजी के खेल भी
गूंजती संगीत की लहरियॉ और डी जे भी
अपनों के साथ आओ ,पुराने दोस्तों को बुलाओ
मस्त महफिल जमाओ ,मेले की रौनक बढाओ
खाओ - खिलाओ ,हुडदंग मचाओ
श्यामा भी आओ ,अफसाना भी आओ
रॉबर्ट भी आओ ,रूस्तम भी आओ
चिंकी - मिंकी ,भोलू- गोलू
सब मिलकर आओ
मेले की शोभा बढाओ
मौज- मजा करो
खुशी - खुशी घर जाओ
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Wednesday, 7 December 2016
मेला है मनभावन मेला
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