Tuesday, 30 May 2017

मैं जो चाहू ,वो करू मेरी मर्जी

मैं जो चाहू वह करू , मेरी मर्जी
सडक पर थूकू या मल- मूत्र विसर्जन करू
जितने चाहे उतने बच्चे पैदा करू
जोर- शोर से गाने लगाऊ
पत्नी को पीटू या सडक पर गाली- गलौज तरू
घर का कचरा बाहर नाली में डालू
पानी को जी खोल बहाऊ
बिजली को बिना कारण जलाऊ
अन्न को रास्ते पर फेकू
जानवरों को सताऊ
पेड- पौधे काटू
चाहे जो मन में आए ,वह करू
दिल्ली में देखा न पेशाब करने पर मना करने पर किस तरह रिक्शा चालक को मार डाला
लडकियों को छेडना तो हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है
जो विरोध करेगा
उसको बख्शा नहीं जाएगा
एक निर्भया क्या
यहॉ हर रोज निर्भया कांड होता है
कौन क्या कर लेगा
फुटपाथ पर धंदा तो हमको करना है
फुटपाथ किसी के बाप की है क्या??
सडक पर थुकू या गंदगी फैलाउ
यातायात के नियमों को धता देकर
तेज फर्राटे से गाडी चलाउ
मैं तो स्वंतत्र देश का नागरिक हूँ
स्वतंत्रता मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है
इसे कोई नहीं रोक सकता
प्रधानमंत्री हो या दूसरा कोई
जो भी हमारे रास्ते में आएगा
उसको बख्शेगे नहीं
मौत के घाट उतार देगे
हम तो नही बदलेगे
सरकार जरूर बदल देंगे
सरकार तो हमारे ही रहमों करम पर चलती है
हम भ्रष्टाचार करेगे
लूटपाट करेंगे
अपराध करेंगे
बच्चों को नकल करवाएगे
घूस देंगे ,झूठ बोलेंगे
दादागिरी करेंगे ,माफिया राज चलाएगे
किसी की जमीन पर कब्जा करेंगे
कोई हमारा कुछ नही बिगाड सकता
पुलिस ,सरकार सब हमारी मुठ्ठी में है
ज्यादा किया तो हुलिया बिगाड देगे
क्योंकि मैं स्वतंत्र देश का स्वतंत्र नागरिक हूँ

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