जमाना बदल रहा है
मांग भी बढ़ रही है
इच्छाओं का कोई अंत नहीं
शादी के भी मायने बदल रहे हैं
अब लड़के का खानदान देखने की बजाय
उसकी हैसियत देखी जा रही है
पढ़ा लिखा हो
अच्छी कमाई हो
गाड़ी और स्वयं का घर हो
हैंडसम भी हो
नये विचारों का हो
अलग लेकर रहे शादी के बाद
पहले जहाँ बड़ा परिवार देखा जाता था
आज वहाँ अकेले रहनेवाले को तवज्जों
लड़की के माता पिता और घरवालों का आदर
हर हफ्ते या जब छुट्टी हो मायके जाना
ऐसी बहुत सी शर्तो से सामना करना पड़ता है
अब लड़के वाले के द्वार पर जमावडा नहीं
बल्कि लड़की ढूंढने की जद्दोजहद करनी पड़ रही है
अब वह अबला बन मौन नहीं
बल्कि स्वयं पसंद और नापसंद कर रही हैं
अपने अधिकारों के प्रति सजग हो रही है
सच मे जमाना तो बदल रहा है
Hindi Kavita, Kavita, Poem, Poems in Hindi, Hindi Articles, Latest News, News Articles in Hindi, poems,hindi poems,hindi likhavat,hindi kavita,hindi hasya kavita,hindi sher,chunav,politics,political vyangya,hindi blogs,hindi kavita blog
Sunday, 23 December 2018
जमाना तो बदल रहा है
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment