मृत्यु तो आनी जानी है
पर कुछ मरते नहीं
अमर हो जाते हैं
अपने कार्यों से
अपने अभिनय
अपने संवाद
का लोहा मनवाया
मनोरंजन जगत का बेताज बादशाह
आज चला गया
पर अपनी यादे छोड़ गया
झुग्गी -झोपडी मे पला बढ़ा
इंजीनियरिंग कालेज का व्याख्याता
फिर फिल्म जगत मे भी परचम फहराना
एक कलाकार
जिसने लगभर हर भूमिका बखूबी निभाई
वह हमेशा याद रहेंगे
अपनी फिल्मों
अपने संवाद के जरिए
अलविदा सर
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Tuesday, 1 January 2019
आखिर अलविदा कह गए कादर खान साहब
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