Saturday, 19 January 2019

हवा को भी दर्द होता है


हवा जरा झुक जा
प्रेम से सहला जा
हम तो है तेरे ही सहारे
तुझसे ही तो जिंदगी हमारी

हवा कहती मुस्कुराते
मैं भी तो तुम्हारे सहारे
जैसा दोगे वैसा पाओगे
तुम मुझे प्रदूषित मत करो
मैं दोनों हाथों से तुम पर प्यार लुटाऊंगी
हौले हौले सहलाऊंगी

तुम तो मेरे बच्चे हो
तुमसे दूर भला मैं कैसे रह पाऊंगी
हाँ , नाराज हूँ बस
यह तो मेरा अधिकार हैं
बच्चों को विनाशकारी नहीं बनाना है
जीना और जीने का मंत्र सिखाना है

दर्द तो मुझे भी होता है
तुमको इस तरह मरते मैं नहीं देख सकती
जल्दी ही सचेतो
मैं बचूंगी तब ही तुम बचोगे
तुम्हारे विनाश की जिम्मेदारी अपने कंधों पर नहीं ढोना चाहती
तुम्हें ताजा तरीन और मुस्कुराते देखना चाहती हूँ ।

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