Sunday, 20 January 2019

यह भी एक दौर है

जिंदगी कट रही है
किसी तरह गुजर रही है
अब तक यही लगता था
अचानक महसूस हुआ
यह तो दौर है जिंदगी का
बचपन का दौर तो हंसते- खेलते बीत गया
युवावस्था का दौर आया
इच्छाओं ने अंगडाई ली
बस वही से चल पड़ा सिलसिला
यह तो खत्म होने का नाम ही नहीं लेती थी
एक के बाद एक
लगातार
यौवन बीता
प्रौढावस्था की दहलीज पर खड़ा
वृद्धावस्था का इंतजार
हर दौर था लाजवाब
पर असमंजस मे रह गया
आंकाक्षा तो अनंत
पर जीवन तो नश्वर
पल को जी ले
दौर को जी ले
गुजारना नहीं आनंद लेना है
इच्छाएँ भी यही रह जाएगी
वह तो साथ न जाएगी
तब क्यों न खुश हो ले
हर पल की खुशबू को महसूस करें
लोगों मे बांटे
ताकि हम शान से कह सके
वह भी एक दौर था
यह भी एक दौर है ।

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