Friday, 1 February 2019

कोमल पक्षी

पक्षी के पंख होते हैं कोमल
पर उड़ान भरते हैं ऊँची
मीलो उड़ते हैं
अपनी मंजिल तक पहुंचने के लिए
उड़ते रहते हैं
चलते रहते है
छोटा और हल्का शरीर
इरादे मजबूत
शरीर तो स्वयं का बनाया नहीं
पर इच्छाएँ अनंत
आकाश तक की उडान
स्वतंत्र और स्वच्छंद
कोई बेड़ियां नहीं
देश और प्रांत से परे
हर प्रांगण इनका
सागर ,नदी और पर्वत
सबका भ्रमण
कोई पासपोर्ट और बीजा नहीं
साथ और झुंड मे
एकता का उत्तम नमूना
उड़ते है आसमान मे
दृष्टि रहती है जमीन पर
संदेश देते उड़ते
कोमल है कमजोर नहीं

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