तेरा इंतज़ार सबको
तू हर महीने आती है
आने में लंबा इंतजार कराती है
आती है तो खुशियाँ ले आती है
मेरे साथ सबको प्रसन्न कर जाती है
खाना - पीना ,कपडा - लत्ता
सब तेरे ही जिम्मे
पर तू ठहरना नहीं जानती
आती है धीरे-धीरे
जाती है फर फर भागती
कितना भी बचाने की कोशिश करें
पर रूकती कहाँ है
जाते जाते कंगाल कर जाती है
हमेशा इंतजार करवाती है
आने को तो पहली तारीख
पर कहाँ समय से आती है
सबकी जरूरत हूँ
गरीब हो या अमीर
पढा लिखा या अनपढ़
कोई भी धर्म कोई भी जात
कोई भी प्रांत कोई भी देश
पहचानो मैं कौन हूँ
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Monday, 15 July 2019
पहचानो मुझे
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