Tuesday, 29 October 2019

आज तो छुट्टी है

आज तो छुट्टी है
आराम करने का दिन
मिलजुलकर ,हंसबोलकर
साथ मनाने का दिल
अच्छा भोजन करने का दिन
टेलीविजन देखेंगे
गपशप लडाएगे
जी भर कर दोपहर में सोएगे
शाम को घूमने जाएंगे
मजा आ जाएगा
रोज तो जल्दी रहती है
काम की हडबडी रहती है
भागम-भाग रहती है
न ढंग से नाश्ता न खाना
न सूकून की चाय
रात को चैन की नींद भी नहीं
अलार्म लगा कर सोना है
बार बार उठकर देखना है
ऐसा तो नहीं कि बजा नहीं
हम उठ न पाए समय से
सब गडबडझाला हो जाय
यह सब सोच कर ही मन परेशान
अच्छा है
आज कोई टेंशन नहीं
ऐसा दिन तो मुश्किल से मयस्सर
तब आराम से इसका लुत्फ उठाए
आलस को भी साथ ले ले
जो करना है
जैसे करना है
जब करना है
तब करें
मन की लगाम ढीली करें
सबको छूट दे दे
तन और मन दोनों को
खुलकर ,बेखौफ़ हो
क्योंकि भाई
आज तो छुट्टी है

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