आरे अब जाकर जीते
वह भी कब
तब जब सैकडों को का कत्ल
बेघरबार ,उजाड़
वह भरपाई कैसे
वृक्ष एक दिन में नहीं उगते
समय लगता है
काटना तो आसान है
यह सब पहले क्यों नहीं हुआ
मेट्रो का विरोध
उसके पहले भी तो काटा गया था
यह रात में था
वह धीरे-धीरे
गलत तब भी था
गलत अब भी है
यह होने ही नहीं दिया जाता
भू माफिया और बिल्डर पर लगाम कब??
ठीक है
देर आए दुरुस्त आए
सुप्रीम कोर्ट ने निर्णय दिया है
अब नहीं कटेगा
सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया
दूसरों को कब ??
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Monday, 7 October 2019
आरे का निर्णय
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