Monday, 7 October 2019

आरे का निर्णय

आरे अब जाकर जीते
वह भी कब
तब जब सैकडों को का कत्ल
बेघरबार ,उजाड़
वह भरपाई कैसे
वृक्ष एक दिन में नहीं उगते
समय लगता है
काटना तो आसान है
यह सब पहले क्यों नहीं हुआ
मेट्रो का विरोध
उसके पहले भी तो काटा गया था
यह रात में था
वह धीरे-धीरे
गलत तब भी था
गलत अब भी है
यह होने ही नहीं दिया जाता
भू माफिया और बिल्डर पर लगाम कब??
ठीक है
देर आए दुरुस्त आए
सुप्रीम कोर्ट ने निर्णय दिया है
अब नहीं कटेगा
सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया
दूसरों को कब ??

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