Sunday, 10 November 2019

हर हिंदू आभारी रहेगा उनका

राम मंदिर के लिए न जाने कितने वर्षों से प्रतीक्षा
न जाने कितनों का त्याग और बलिदान
मंदिर के कपाट खुलवाने और पूजा करने से लेकर
बाबरी मस्जिद ढहाने तक
क्या सही और क्या गलत
यह सब पीछे छोड़ आगे बढे
जो भी हुआ अपने भगवान के लिए
उनका स्थान दिलाना था
जो जबरन हथियाआ था
मस्जिद तोड़ना गलत था
तब मंदिर तोड़ मस्जिद बनाना भी गलत था
इतिहास गवाह है इसका
हिंदुओं के मंदिरो के साथ यह हुआ है
तब अपने पूर्वजों की गलतियों को सुधारना भी जरूरी है
जो भी इसका जिम्मेदार है
बात हार और जीत की नहीं
आस्था की है
राम ने लंका का राज्य नहीं लिया
विभिषण को सौंप दिया
किष्किन्धा का राज्य सुग्रीव को दिया
उनको तो अपनी जन्मभूमि अयोध्या प्यारी थी
लौटना वहीं था
आक्रमणकारी आए और लूटपाट की
यही बस भी गए
राज भी किया
यह भी सत्य है कि जहाँ शरण ली वहीं अन्याय भी किया
चलो पुरानी बातें समझ
वह सब भूल जाते हैं
पर अपने अराध्य राम को कैसे भूलें ??
और राम को फिर प्रतिष्ठापित करने के लिए जिस किसी ने भी जो योगदान दिया
जिस तरह से दिया
उचित था कि नहीं
इन सबसे परे हटकर
हर हिंदू आभारी रहेगा
वर्षो वर्षो तक
इतिहास भी गवाह रहेगा
हमारे भगवान को हक दिलाने के लिए

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