Sunday, 23 February 2020

कर्म करें

कुत्तों से डर लगता है
वह वफादार होता है
रक्षक होता है
चौंकन्ना होता है
चौकीदार होता है
दूम हिलाता है आगे पीछे
स्वामीभक्त होता है
तब भी डर लगता है
क्योंकि वह खूंखार है
कब आक्रमण करें
यह कोई नहीं जानता

गाय से डर नहीं लगता
वह सीधी है
वह भोली है
वह दाता है
सबसे बड़ी बात
वह माता है
हानि पहुंचाना उसकी फितरत नहीं
शांत है
भौंकना उसका स्वभाव नहीं
पता है इसके पास अंजान भी जा सकता है
बडा हो या बच्चा
यह डराती नहीं

यही बात का मर्म है
स्वभाव बदले
तब ही पास आएंगा कोई
अन्यथा दूर से ही डर जाएगा
आपकी आवाज़ सुन
पास लाना है
सबके साथ होना है
तब कुत्ता नहीं गौ माता बने
डरावना नहीं स्नेहल बने
क्रूर नहीं कोमल बने
निरीह होकर भी दानदाता बने
सर्वगुण संपन्न होकर भी नम्र बने
दूम नहीं हिलाना है
पूजा करवाना है
कर्म करें भौं भौं नहीं

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