Thursday, 30 April 2020

अलविदा त्रृषि कपूर

जाना तो सभी को है
पर इस तरह चला जाएगा
इसका अंदेशा तो किसी को नहीं था
बाॅबी का वह युवा नौजवान
अभिनय के विद्यालय मे ही जन्म
राजकपूर के खानदान का चिराग
अभिनय का लोहा मनवाया
सदाबहार और जिंदादिल
हंसी से लबरेज चेहरा
शालीन और सभ्य
प्रेमरोग और कभी-कभी के युवा अभिनेता को
कौन भूल सकता है
हमेशा युवाओं में छाए रहे
आज भी उन्हें देखने पर वह युवा अभिनेता ही दिखते थे
अस्सी के दशक के लोकप्रिय
रोमांटिक हीरों
लगभग उस समय की हर नई नायिकाओं के साथ काम
अपना एक अलग जुनून
सबसे अलग हटकर
एंग्री यंगमैन के जमाने में परदे पर प्यार करता हीरों
मासूमियत से भरा उस चेहरे पर भला
कौन फिदा नहीं होता
वह इस तरह बिदा हो जाएगा
बिना कुछ आभास दिए
बहुत बडी क्षति है
कल इरफान
आज त्रृषि कपूर
दो हजार बीस और क्या दिखाने वाला है
यह तो मालूम नहीं
ईश्वर आपकी आत्मा को शांति दे
यही दुआ कर सकते हैं
जानेवाला चला गया
बस यादें छोड़ गया

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