कैसे लोग दूर हो गए
सबको अपनी जान प्यारी
तब क्यों कोई
मोल ले यह बीमारी
किसी ने खांसा
तो दोस्त ने गोली चला दी
यह कहकर
क्या करोना देकर जाएंगा
पत्नी और बेटी ने
शव लेने से इंकार कर दिया
क्योंकि वे करोना ग्रसित थे
पुलिस ने अंतिम संस्कार किया
घर में ही अपने अजीज से दूर
हाथ नहीं लगाना है
दूरी बनाना है
कोई सडक पर गिर पडा है
खांस खांस कर परेशान है
मुहल्ले वाले भाग रहे हैं
डाॅक्टर मोहल्ले की शान समझा जाता था
आज वह भी शक के घेरे में
घर काम वाली
हमारा आधार
दूध वाला जिसका
हमेशा इंतजार
आज वह गेट पर ही टंगी हुई
थैली में डाल कर टला जाता है
यह दिन भी देखना पडेगा
यह तो सोचा न था
इंसान को इंसान से दूर
एक जीवाणु
यह कितना ताकतवर है
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