Monday, 27 April 2020

आज वक्त है

आज वक्त है
बहुत कुछ करने का
वह जो पहले कभी नहीं किया
घर की खिड़की से चांद तारों को निहार ले
पेड़ो को झूमते हुए देख ले
सरसराती हवा को जी भर कर पी ले
सूर्य की धूप को महसूस कर ले
जरा अपने अजीज से दिल खोल कर मिल ले
आज तक जिन्हें फोन करने का समय नहीं था
उनकी भी घ॔टी बजा कर हाल-चाल ले लो
कुछ किताबें जिन पर धूल जम गई है
उन पर झाडन कर जरा पढ लो
कुछ पुराने अलबम को खोल कर देख लो
पुरानी यादें ताजा कर लो
कुछ अनसुनी अनकही बातें भी याद कर लो
बचपन को भी महसूस कर लो
जो साथी छूट गए हैं
उन्हें भी थोड़ा याद कर लो
कुछ देश की बातें
कुछ दुनिया की बातें भी जान लो
समाचार भी देख लो
भक्ति संगीत भी सुन लो
कुछ ध्यान लगा लो
ईश्वर से भी नाता जोड़ लो
अब तक तो बहुत व्यस्त थे
आज वक्त है
बहुत कुछ करने का
वह जो पहले कभी नहीं किया
क्योंकि समय नहीं मिला
आज मिला है
कुछ तो सदुपयोग कर लो

No comments:

Post a Comment