सबको गाँव जाना है
किसी भी तरह
ऐसा आखिर क्या है वहाँ
अगर था तो फिर आए क्यों यहाँ
हाँ आए थे
रोजगार की तलाश में
कुछ कर गुजरने के लिए
बडा बनने के लिए
पैसा कमाने के लिए
अमीर बनने के लिए
अपना घर छोड़ा
गाँव छोड़ा
पर लगाव नहीं
रहते थे यहाँ
मन था वहाँ
उस मिट्टी में जन्मे
पले बढे है
खेले कूदे है
उसने नहीं भगाया
हम छोड़ आए थे
आज फिर जा रहे हैं
पता है
वह हमें भूख से मरने नहीं देंगी
वह शहर नहीं है
कमाया तो खाया
किराया दिया तो रहा
वह तो अपनी गोद में फिर लेगी
दुलराएगी
खाना भी खिलाएगी
जो रहेगा
जैसा रहेगा
वह भगाएगी नहीं
मजबूर नहीं करेंगी
तभी तो सबको गाँव जाना है
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Friday, 15 May 2020
हमें गाँव जाना है
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