Tuesday, 2 June 2020

बहुत सी पहचान हमारी

काला - गोरा
लंबा - ठिंगना
खुबसूरत - बदसूरत
शिक्षित - अशिक्षित
ऊची जाति - नीची जाति
शहरी - ग्रामीण
अमीर - गरीब
अफसर - मजदूर
लडका - लडकी
पुरूष - नारी
तेरा धर्म - मेरा धर्म
पता नहीं कौन श्रेष्ठ
तेरा प्रांत - मेरा प्रांत
तेरी भाषा - मेरी भाषा
तेरा खाना - मेरा खाना
पता नहीं कौन सा है स्वादिष्ट
तेरा पहरावा - मेरा पहरावा
पता नहीं कौन सा है इज्जत का प्रतीक
सब इसी में उलझे हुए
एक दूसरे को नीचा दिखाने का प्रयास
हम ऊंचे
हम ऐसे हम तैसे
सबसे पहले यह सब
बाद में इंसान
परखने का यही तरीका
सब उलझे हुए हैं
तेरा - मेरा करते करते
इक्कीसवीं सदी में है
चांद और मंगल पर पहुँच गए हैं
न जाने क्या क्या हासिल किया
पर इन भेदभाव पर नजरिया वही
इंसान से पहले बहुत कुछ है
और इंसानियत छोड़
बहुत सी पहचान भी है

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