ढाई अक्षर प्रेम का पढें सो पंडित होय
यह ढाई अक्षर कितने कमाल के
सारा संसार इसी के इर्द-गिर्द
ढाई अक्षर के कृष्ण
ढाई अक्षर की लक्ष्मी
ढाई अक्षर की श्रद्धा
ढाई अक्षर की शक्ति
ढाई अक्षर की कान्ता
ढाई अक्षर की दुर्गा
ढाई अक्षर की इच्छा
ढाई अक्षर से योद्धा
ढाई अक्षर से
ध्यान
त्याग
कर्म
धर्म
जिसमें जीवन समाया
ढाई अक्षर से
भाग्य
व्यथा
व्यर्थ
मिथ्या
जिसमें सारी भावना समाई
ढाई अक्षर से बना
संत
ग्रंथ
मंत्र
यंत्र
जिसमें संसार समाया
ढाई अक्षर से
मृत्यु
जन्म
अस्थि
अग्नि
जिसमें यह देह समाई
ढाई अक्षर से
ध्वनि
श्रुति
शब्द
अर्थ
जिसमें भाषा समाई
ढाई अक्षर से से
शत्रु
मित्र
सत्य
वित्त
इसी में है दुनियादारी
जन्म से लेकर मृत्यु
ढाई अक्षर में ही बंधा
जीवन ही इनसे बंधा
संदेश देता
यहाँ परिपूर्ण कुछ भी नहीं
अनुवाद
No comments:
Post a Comment