अरे । कितना क्यूट बच्चा है
एकदम शांत
चुपचाप बैठा है
कोई तोड़ फोड़ नहीं
एक हमारा है कि
एक जगह टिकने का नाम नहीं लेता
पूरा दिन घर में हुडदंग
कभी यह तोड़ दिया तो कभी वह
अभी अपने पापा के साथ जिद कर बाहर गया है
तभी घर शांत
मैं तो परेशान हो गई हूँ
इसी एक से
पहले लोगों के कितने बच्चे होते थे
कैसे संभालते होंगे
तौबा तौबा
एक ही बहुत है
हाँ यह बच्चा औरों से अलग है
वह समय से पहले बडा जो हो गया है
समझदार जो हो गया है
इसकी माॅ कामकाजी महिला है
नैनी के सहारे पला
अब क्रेश यानि पालनाघर
वह जिद कैसे करेंगा
जिद तो माँ से की जाती है
तोड़ फोड़ तो अपने घर में
इसका बचपन छूट गया है
वह बच्चा क्या
जो शांत हो
समझदार हो
उत्पाती न हो
चंचल न हो
गंभीरता बच्चों की निशानी नहीं
वह तो बडो की
शायद आज की हकीकत भी यही है
कमोबेश ज्यादातर बच्चे अपनी उम्र से बडे हो गये हैं
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