Sunday, 21 February 2021

रोने वाले

यह दुनिया है
जहाँ चले जाएं
कुछ ऐसे मिलते हैं
जो हमेशा रोना रोते रहते हैं
रोना उनकी आदत में शुमार
रोएं बिना चैन नहीं
सब कुछ है भगवान की कृपा से
तब भी रोना नहीं छोड़ सकते
हर छोटी छोटी बात पर रोना
छींक भी आ गई तब भी
लगता कोई मुसीबत आ गई
वैसे आजकल तो छींक से भी डर लगता है
इन्हें हर चीज से शिकायत
ऐसा हुआ तो
ऐसा नहीं हुआ तो
दोनों ही तरफ चलेंगे
रोने का जरिया ढूंढ ही लेंगे
हंसते कब हैं
खुश कब होते हैं
ये तो राम ही जाने
लाख खुश हो
दिखाते यही हैं
हम सबसे ज्यादा दुखी हैं

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