मुझे बहुत बार तोड़ने की कोशिश हुई
सब नाकाम हुए
मुझे कहा गया
मैं पत्थर हूँ
मजबूत हूँ
सही भी है
पत्थर बनना पडता है
न जाने कितनी बार ठोकर मारी
पर मैं न हिला
सब साथ मिलकर भी हिलाने की कोशिश कर ली
तब भी मैं टस से मस न हुआ
ऐसा नहीं कि मुझे चोट नहीं लगी
लगती थी पर मन मसोसकर रह जाता था
सोचता था
लाख प्रयास करें
अपनी जगह बनाना है
तब हिलने से काम नहीं चलेगा
कठोर तो बनना ही पडेगा
कर्म में कठोर बनना ही पडता है
हिलते रहें तो हिलते रहेंगे
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Monday, 22 February 2021
कठोर बनना
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