उसे उडना है
मुक्त और स्वच्छंद
बंधना उसे स्वीकार नहीं
बंधनों की बेडियाँ
परिवार - समाज की बेडियाँ
नहीं चाहती
इन बंदिशों में बंधना
हवा की तरह
जहाँ कोई रोक - टोक न हो
आंधी - तूफान की शक्ति
जब अपने पर आ जाएं
तब विनाशक
न जाने क्या - क्या उजाड़ जाएं
उसके पहले की शांति
उसके बाद की शांति
दोनों ही खतरनाक
खुले विचरण
स्वतंत्रता का परचम फहराते
यहाँ से वहाँ डोलती
धरती से आकाश तक
अपने होने का एहसास कराती
उर्जा और शक्ति से पूर्ण
उसकी उडान को बस देखते रहें
मौका दे
जमीन दे
स्वतंत्रता दे
तब देखिए उसका कमाल
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Sunday, 28 February 2021
उसे उडना है
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