आज सुबह सुबह पढा
कप आधा है कि भरा हुआ
यह अपना दृष्टिकोण है
हम क्या देखें ??
पढकर मजा आ गया
इससे कोई फर्क नहीं पड़ता
कि कितना भरा हुआ
अरे भाई
कप तो है मेरे पास
यही क्या बहुत नहीं है
इतना अनमोल जीवन
बहुत मिला है
ईश्वर ने जीवन दिया है
जीना है किस तरह
यह तो हमें तय करना है
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Thursday, 4 February 2021
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