Monday, 18 October 2021

नाती - पनाती

माँ बनना तो सौभाग्य
दादी और नानी बनना
उस सौभाग्य पर
वैसे जैसे
सोने पर सुहागा
अपनी संतान की संतान को देख
उसको गोद में लेकर
उसको दुलराकर
जो खुशी हासिल वह तो अप्रतिम
उसकी तुलना किसी से नहीं
जिस बीज की रोपा
उसी को पल्लवित- पुष्पित होते हुए देखना
कितना सुखदायक
स्वर्ग भी उसके सामने फीका
तभी तो कहते हैं
मूल धन से सूद ज्यादा प्यारा होता है
वह दिल के ज्यादा करीब होता है
नाती - पनाती  जिसकी गोद में खेलें
उससे ज्यादा भाग्यशाली कौन ??

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