अंतर्जातीय विवाह
एक धर्म का दूसरे धर्म में विवाह
जब करते हैं
तब तो समस्या होती ही है
बहुत ब्राड मांइडेड होते हैं
जो इनको खुले दिल से स्वीकारते हैं
कहीं न कहीं
कभी न कभी
ताने , बोली ,व्यंग्य सुनना ही पड जाता है
नीचा देखना ही पडता है
यह सब लोग
हमारे परिवार के सदस्य
अडोस - पडोस
समाज - जाति और धर्म के ही होते हैं
कोई दूसरे नहीं
यहाँ तक तो ठीक है
आने वाली पीढ़ी को भी भुगतना पडता है
इस प्रेम की बहुत बडी कीमत चुकानी पडती है
इतना अंदर हमारे यह धंस कर बैठा है
इंसानियत को दरकिनार कर दिया जाता है
हमारी पहचान
हमारी जाति
हमारा धर्म रह जाता है
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Wednesday, 27 October 2021
अंतर्जातीय विवाह
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