जीते हैं न मरते हैं
बस तुम्हारी याद में दिन गुजरते हैं
हर सांस में तुम
हर बात में तुम
हर आहट में तुम
हर ख्याल में तुम
हर स्वप्न में तुम
हर जगह बस तुम ही तुम
ऐसा लगता है
मैं भी हो गई तुम
तुमसे ही मेरी दुनिया
तुमसे ही मेरा जहान
तुमसे ही मेरी आस
तुमसे ही मेरा संसार
तुम्हारा साथ सबसे खास
बस एक तुम हो मेरे साथ
तब किसी की क्या बिसात
नहीं किसी की परवाह
सबसे बेपरवाह
बस बना रहें
तुम्हारा साथ
No comments:
Post a Comment