मुझे अच्छा लगता है तुम्हारा साथ
तुम्हारे बिना सूनापन लगता है
यह अकेलापन खलता है
बहुत रह लिए अकेले
अब साथ रहना है
बहुत उठा ली जिम्मेदारी
अब मुक्त होना है
बहुत सोच लिया दूसरों के बारे में
अब अपने बारे में सोचना है
बहुत फिक्र कर ली अपनों की
अब बस करना है
यह सिलसिला खत्म करना है
कब तक यह चलेगा
इसका तो कोई ओर छोर नहीं
अब छोडो भी यह
थोडा स्वार्थी बन जाओ
बस अपने और अपने बारे में सोचो
जो जिंदगी बची है
वह जी लेना है
साथ रहना है
एक - दूसरे को सहारा देना है
अपनी बैसाखी खुद ही बनना है
जहाँ से शुरू हुआ था यह सफर
फिर वही पहुँचना है
साथ जीना है साथ मरना है
इस वादे को निभाना है
अब अकेलापन नहीं
साथी की जरूरत है
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Friday, 3 December 2021
यह अकेलापन खलता है
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